व्यवस्था परिवर्तन
व्यवस्था परिवर्तन
इतिहास है गवाह
आज तक
असंख्य हुईं क्रांतियाँ
विश्व भर में
सबमें हुआ रक्तपात
सबमें हुआ नरसंहार
लेकिन हमें गर्व है
बाबा साहब
डॉ. भीमराव अंबेडकर पर
जो बिना हथियार उठाए
बिना रक्तपात किए
कर गए
व्यवस्था परिवर्तन
कर गए
छह सौ से अधिक
रानियों की नशबंदी
मात्र अपनी कलम से
उसके बाद
नहीं हुआ पैदा
कोई राजा
किसी रानी की
कोख से
-विनोद सिल्ला©