Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2024 · 1 min read

व्यथा

उमर बढ़ती का असर,
अब न महकें वर्ण स्वर ।
महकती संवेदना
भुला दे या माफ़ कर ।

बात तब की और थी
थी खुशी की वो डगर ।
छुआ था हमने उन्हें
जाते हुए को दौड़ कर ।

चले जितना चल सके
और चल सकते अगर ।
गीत में साथ देती
ठुमकने को ये कमर ।

डूबते किनारों की
कौन सुघि ले कबतलक
परिस्थिति मारे जिसे
हो नहीं उसको खबर ।

दूरियां हों भले ही
एक है लेकिन शहर ।
आज भी हम छिड़कते
एक दूजे पर उमर ।

56 Views
Books from Laxmi Narayan Gupta
View all

You may also like these posts

आइये तर्क पर विचार करते है
आइये तर्क पर विचार करते है
शेखर सिंह
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
भरत कुमार सोलंकी
चाहिए
चाहिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अभिमान है हिन्दी
अभिमान है हिन्दी
अरशद रसूल बदायूंनी
कविता
कविता
Nmita Sharma
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आध्यात्मिक शक्ति व नैतिक मूल्यों से ध्यान से मानसिक शांति मि
आध्यात्मिक शक्ति व नैतिक मूल्यों से ध्यान से मानसिक शांति मि
Shashi kala vyas
*जिनको चॉंदी का मिला, चम्मच श्रेष्ठ महान (कुंडलिया)*
*जिनको चॉंदी का मिला, चम्मच श्रेष्ठ महान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
Shweta Soni
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
Neelofar Khan
उसको न बताना अच्छा नहीं
उसको न बताना अच्छा नहीं
Jyoti Roshni
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
ललकार भारद्वाज
ग्रन्थ
ग्रन्थ
Satish Srijan
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Every today has its tomorrow
Every today has its tomorrow
Dr Archana Gupta
"गुरु"
Dr. Kishan tandon kranti
4587.*पूर्णिका*
4587.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
It's not about just a book...!!
It's not about just a book...!!
पूर्वार्थ
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
देवियाँ
देवियाँ
Shikha Mishra
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
Subhash Singhai
गुरु चरणों की धूल
गुरु चरणों की धूल
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हाल- ए- दिल
हाल- ए- दिल
Dr fauzia Naseem shad
प्यार में, हर दर्द मिट जाता है
प्यार में, हर दर्द मिट जाता है
Dhananjay Kumar
दरकती ज़मीं
दरकती ज़मीं
Namita Gupta
🙅असलियत🙅
🙅असलियत🙅
*प्रणय*
अब उसने अपना घर ढूंँढ लिया है
अब उसने अपना घर ढूंँढ लिया है
Buddha Prakash
Loading...