– वो मेरे दिल के अंदर है उसे में क्यो बाहर खोज रहा –
– वो मेरे दिल के अंदर है उसे में क्यो बाहर खोज रहा –
मेरे साथ है सदा वो मेरे हरकदम पर साथ निभाता जो,
मेरे प्रतिष्ठा मान सम्मान का जो है असली हकदार,
मेरे उपलब्धियों में जिसका है अहम योगदान,
मेरी सफलताओं से हैं जिसको सरोकार,
मेरी कविताए में जो दिखे बार – बार
हर बार जिसके ही में उठकर खड़ा हो जाऊ,
गिरकर में संभल जाऊ,
जिसने कराया मुझे मेरे होने का भान,
वो साहस ,आत्म बल,
मनोबल है सबसे महान,
यह सब मेरे दिल के अंदर है इन सबको में बाहर क्यों खोज रहा,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184 –