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2 Oct 2022 · 1 min read

एक और इंकलाब

वो कुर्बानी भगतसिंह की
ज़वाब मांगती है
सदियों से ज़ारी ज़ुल्म का
हिसाब मांगती है…
(१)
इस देश और समाज के
जलते हुए सवालों पर
हम लोगों से एक और
इंकलाब मांगती है…
(२)
तालीम से लेकर सेहत तक
जीवन के हर क्षेत्र में
बिल्कुल ही नए दौर का
आगाज़ मांगती है…
(३)
जम्हूरी निज़ाम के लिए
अपनी ही ज़मीन में
एक गहरी और मजबूत
बुनियाद मांगती है….
(४)
अभी तक जेहनी तौर पर
बीमार हैं जो लोग
अच्छी तरह से अब उनका
इलाज़ मांगती है….
(५)
मज़हब और सियासत की
झूठी रोक-टोक से
अदालत को बेख़ौफ़ और
आज़ाद मांगती है…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीकविता #अवामीशायरी
#इंकलाबीशायरी #नारीविमर्श #विद्रोही
#सियासीशायरी #विद्रोही #हक़ #क्रांति
#Protest #दलित #BhagatSingh

Language: Hindi
145 Views
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