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29 Apr 2023 · 1 min read

वो क़ुदरत का दिया हुआ है,

वो क़ुदरत का दिया हुआ है,
उनमें जो है भरा ज़हर।
अब विषधर हैं बहुत ग्लानि में,
इंसानों से तुलना पर।।

■प्रणय प्रभात■

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