वोट भी तो दिल है
अपना अमूल्य वोट, जब भी किसी को दीजिए
जाति धर्म भाषा अंचल, प्रलोभन ना लीजिए
यह बोट भी तो दिल है ,जब भी किसी को दीजिए
गहरे तक उसकी ,पड़ताल पहले कीजिए
अधिकारों की बात से पहले , कर्तव्य भी निभाइए लोकतंत्र में बहुत जरूरी, वोट डालने जाईए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी