वृक्षारोपण से ही मिलेंगे ऑक्सीजन
गत सालों की अपेक्षा इस साल 200 से अधिक पेड़ लगाया । जहाँ अभी के वक़्त में वृक्षारोपण की जरूरत और आ पड़ी है, वहीं विदेशी फूल और पौधे की चमक-दमक में हम स्वदेशी व भारतीय पौधे की उपयोगिता को भूलते जा रहे हैं ?
हम पीपल आदि अत्यधिक ऑक्सीजन देने वाले बड़े पेड़ की बात छोड़ भी दे, तो भी गमले में लगे तुलसी, हरवाकस आदि पौधे खाँसी, टी.बी. रोग को दूर करते हैं, जो कार्बन डाई ऑक्साइड को भी दूर करते हैं । ठण्डे दिनों में तुलसी चाय की अलग महत्ता है।
गेंदा की पत्तियाँ, हल्दी आदि घाव भरने में काम आती है, जो ऑक्सीजन के अच्छे वाहक भी हैं । प्रदूषण को समाप्त करने में भारतीय ‘बाँस’ अपनेआप में महत्ता लिए है, तो बैगन कीड़े को स्वयं में नष्ट करने का काम करते हैं। वृक्षारोपण से ही मिलेंगे ऑक्सीजन, किन्तु इसका मतलब यह नहीं है कि जब प्यास लगे, तभी कुँए खोदो।