-वीरवर कल्ला जी राठौड़ –
– वीरवर कल्ला जी राठौड़ –
मेड़ता नगरी में जन्मे वीरवर कल्ला जी राठौड़,
भक्त शिरोमणी मीरा बाई थी जिनकी भुआ,
रहते थे जो बचपन में अपनी कुलदेवी मां नागणेची जी की भक्ति में तल्लीन,
सर कट जाने पर धड़ लड़ता रहा
मुगलों के खिलाफ जिनका,
अकबर की गोली से घायल जयमल को अपने कंधो पर बिठाया,
दो हाथ जयमलजी के दो हाथ कल्लाजी के चतुर्भुज जो कहलाए,
मान्यता यह अवतार शेषनाग के,
जिनके आह्वान से लोग आज भी
सर्पदंश का इलाज पाते है,
डूंगरपुर जिले के सामलिया क्षेत्र में विराजे,
आंखो के रोगी,बहरापन, कान के रोगी,पागलपन,मिर्गी,कैंसर के रोगी,हृदय रोगी,दुष्ट आत्मा से पीड़ित,जीव जंतु, सांप बिच्छू के डंक मारने पर कल्लाजी मंदिर आए,
कल्लाजी उन सब भक्तो के संताप को दूर कर जाए,
✍️✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184 –