विश्व पुस्तक दिवस (किताब)
किताब
दिल से एक बार पढ़ लो मुझको
जिंदगी संवार दूंगी
प्यार से उठा अपने हाथों में
हर सवाल का जवाब दूंगी
शारदा की वरद पुत्री
ईश्वर का मैं वरदान हूं
ज्ञान और विज्ञान का
मैं समूचा ज्ञान हूं
एक बार दोस्ती करके तो देख
मिटा दूंगी अज्ञान अंधेरे की रेख
-सुरेश कुमार चतुर्वेदी