विश्व की हर भाषा बोली को सादर मेरा प्रणाम
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर, सबको सादर प्रणाम
अपनी अपनी मातृभाषा में, स्वीकारें मेरा राम राम
मां, मातृभाषा और मातृभूमि, मां के पेट से मिलती है
मां जो बोलती है बह भाषा बोली, जहां रहती है मातृभूमि मिलती है
मां मातृभाषा और मातृभूमि को कोटि कोटि प्रणाम है
धन्य हुआ मां पाकर तुमको, तुम से ही मेरा नाम है
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर,हर भाषा बोली को मेरा प्रणाम है
दुनिया में रहने वाले सभी भाई बहनों को सादर अभिवादन ?? नमस्कार ?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी