विविधता के बावजूद
विविधता के बावजूद
मैं पहुँच गया
अपने निवास स्थान से
बहुत दूर
करके तय लंबा सफर
व्यक्ति की
वेशभूषा-बोलचाल
रहन-सहन व खान-पान की
विविधता के बावजूद
प्रवृत्ति व आचरण था
सबका एक जैसा
-विनोद सिल्ला©
विविधता के बावजूद
मैं पहुँच गया
अपने निवास स्थान से
बहुत दूर
करके तय लंबा सफर
व्यक्ति की
वेशभूषा-बोलचाल
रहन-सहन व खान-पान की
विविधता के बावजूद
प्रवृत्ति व आचरण था
सबका एक जैसा
-विनोद सिल्ला©