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22 Oct 2020 · 3 min read

विवशता और नैतिकता:एक पहल

मेरा अनुरोध है आप सभी से इस पोस्ट को एक बार जरूर पढ़ें??

✍?मेरी यह पोस्ट उन बहन बेटियों के लिए है जो अपने गुरुर में अपने अहंकार में अपने पति का घर छोड़ देती हैं और अपने पतियों को कम कमाई के ताने देती है उन हर बहन बेटियों से मेरा अनुरोध है जिनकी शादी हो गई और जिनकी शादी होने वाली है वह इस पोस्ट को एक बार जरूर पढ़ें!

बेटियों आप जिस घर में शादी करके जाते हो जरूरी नहीं कि वह आपके घर जैसा ही हो

हर घर में हर पति की इतनी कमाई नहीं रहती जितनी आपने आपके घर में पापा और भाई की देखी है!

आपको जो सुख सुविधा आपके मम्मी पापा के घर मिली यह जरूरी नहीं कि आप को पति के घर में भी मिले

आज मैं सुबह उठा था ही और पास वाले शर्मा जी दिख गए मैं बोला शर्मा जी शुप्रभात् राधे कृष्णा शर्मा जी बोले पांडे जी शुप्रभात् राधे कृष्णा!

मैं फिर बोला शर्मा जी आप कुछ उदास दिख रहे हो क्या बात है? शर्मा जी उदास होकर बोले कि मेरी बेटी घर पर आकर बैठ गई मैं बोला शर्मा जी बेटी तो राखी पर आई हुई थी ना तो इसमें कौन सी बड़ी बात है,अभी नवरात्रा आने वाली है नवरात्रा बाद चली जाएगी।

शर्मा जी बोले नहीं पाण्डेय जी बेटी हमेशा के लिए अपने पति को छोड़ कर आ गई और बोलती है मुझे तलाक दिलवाओ पापा!

मैंने फिर शर्मा जी से पूछा आपने आपकी बेटी से पूछा पति के यहां क्या समस्या है उसे जो ऐसा कह रही है?

हाँ पाण्डेय जी, मैंने बेटी से पूछा बेटी कहती है पापा आपके दामाद की कमाई कम है मेरे शौक पूरा नहीं कर पाता पापा अभी तो हम दोनों ही हैं मान लो और बच्चे होंगे तो फिर यह क्या कर पाएंगे इसलिए मुझे उस व्यक्ति के साथ नहीं रहना जिसकी कमाई कम हो पापा!

मैंने जो बात शर्मा जी को कही वही बात में हर मां-बाप को कहना चाहता हूं आप सब भी सुन लीजिए:

अपने बच्चों को ऐसे संस्कार दीजिए अगर किसी की बेटी लाओ तो वह भी आपके घर में खुश और किसी को आप बेटी दो तो आपकी बेटी भी दूसरों के घर में खुश रहे।

अपने बच्चों को यह शिक्षा दो कि जो चीज आपको मां-बाप के समर्थन में मिल रही है वह जरूरी नहीं कि पति के समर्थन में भी मिलेगी।

अपने बच्चों को आप अच्छे से अच्छा भोजन कराते हो,अपने बच्चों को आप अच्छी से अच्छी चीज दिलाते हो,अपने बच्चों को अच्छे से अच्छी जगह घूमा कर लाते हो तो फिर साथ में आप अपने बच्चों को यह भी शिक्षा दो कि कोई जरूरी नहीं कि यह सब उसको पति के घर जाकर भी मिलेगा।

कोई जरूरी नहीं कि पिता के घर में लाइट जाते ही इनवर्टर चालू हो जाता है तो पति के घर पर भी लाइट जाती है इनवर्टर चालू होगा,कोई जरूरी नहीं कि मां बाप ने आपको जन्मदिन पर 20,000 का गिफ्ट दिया तो पति भी आपके जन्मदिन पर आपको 20,000 का गिफ्ट दिला देगा,कोई जरूरी नहीं कि आप पिता के यहां कार में घूमते हो तो आप पति के यहां पर भी कार में घूमो हो सकता है वहां पर स्कुटर हो!

मैं शर्मा जी को बोलता जा रहा था और शर्मा जी सुनते जा रहे थे शर्मा जी बोले पांडे जी आपकी बात सही है मैं बेटी को यह ज्ञान नहीं दे पाया और शर्मा जी की आंखों से आंसू बहने लगे।

मै इसीलिए सत्य लिखता हूँ कि समाज में हर वर्ग में कुछ चीजें ऐसी हैं जो मां-बाप भी नहीं सोच पाते और ना अपने बच्चों को ज्ञान दे पाते हैं।

मै सिर्फ यह चाहता है कि किसी भी बहन बेटी का घर ना बिगड़े!
(पोस्ट को पढकर किसी को बुरा लगा हो, तो क्षमापार्थी हुँ??)
•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••
??चंदन कुमार पाण्डेयः

Language: Hindi
Tag: लेख
191 Views
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