विरह की तपन ज्वाला
विरह की तपन ज्वाला में हम जल रहे हैं।
ख़्वाहिशो के स्वप्न में डूबकर चल रहे है।।
© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)
विरह की तपन ज्वाला में हम जल रहे हैं।
ख़्वाहिशो के स्वप्न में डूबकर चल रहे है।।
© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)