विकास
जिसने बनाएँ रंग, शायद उसने पहले साबित किया होगा
सफेद को सबसे नीरस
जिसने बनाई धुँए वाली गाड़ियां और सड़कें, शायद
उसी ने सबसे पहले तोड़े होगे साईकिल के घुटने और
रौंदी होगी पगडंडियों की आत्मा
जिसने बनाया पक्का मकान, शायद उसी ने सबसे पहले तोड़ा होगा
किसी चिड़िया का घोंसला
जिसने उगाई होगी बंदूके, उसने सबसे पहले अलग किया
होगा गले मिलते दो भाइयों को
जिसने बनाई मशीनें, शायद उसने काटे होंगे सबसे पहले मजदूरों के हाथ
मैंने अपनी आँखों से देखी है हर घर में
चरखे,
चूल्हे
और चक्की की मौत !