वाह! वाह!!
वे दिल तोड़ने का पहले
तो गुनाह करते हैं!
हमसे प्यार के गीतों की
फ़िर चाह करते हैं!!
हाय, इससे बड़ी विडम्बना
भला और क्या होगी!
कि लोग कवि की आह पर
वाह-वाह करते हैं!!
Shekhar Chandra Mitra
वे दिल तोड़ने का पहले
तो गुनाह करते हैं!
हमसे प्यार के गीतों की
फ़िर चाह करते हैं!!
हाय, इससे बड़ी विडम्बना
भला और क्या होगी!
कि लोग कवि की आह पर
वाह-वाह करते हैं!!
Shekhar Chandra Mitra