वह आदमी न पहले न बाद में
जब कोई जिन्दा होता है
उससे मिलते नहीं
जब वह मर जाता है
तो सबसे कहते फिरते हैं कि
बहुत अच्छा आदमी था वह
उनकी बहुत याद आती है
झूठ
सब फरेब
बनावटी है यह दुनिया
जब किसी को जानते ही नहीं
थे
उससे कभी मिले ही नहीं थे
तो
उसकी याद कैसे आती है
इतनी ही फिक्र थी तो
मिल लेते न जीते जी
चलो सब छोड़ो
अब अधूरे ख्वाबों को
पूरा कर लो
एक एक करके
मिलना शुरू करो उनसे
जो अभी भी जिन्दा हैं
पर ऐसा कुछ नहीं होगा
यह दुनिया ऐसे ही चलती है
मीठी बातों पर
झूठे वायदों पर
जिसके बारे में दुनिया भर की
बातें करते हैं
दरअसल वह आदमी
न पहले
न बाद में
इनके साथ कभी नहीं होता।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001