वर्तमान
यांत्रिक युग के लोग हम,
दिमाग ज्यादा दिल है कम;
बटन दबाकर सब कुछ करते,
महल बनाते घर उजाड़ते ;
आसमान में उड़ना सीखकर,
भूल गया अब चलना जमीन पर;
खुदा बन बैठा सभी यहाँ,
इंसान का नहीं नामो-निसाँ ।
यांत्रिक युग के लोग हम,
दिमाग ज्यादा दिल है कम;
बटन दबाकर सब कुछ करते,
महल बनाते घर उजाड़ते ;
आसमान में उड़ना सीखकर,
भूल गया अब चलना जमीन पर;
खुदा बन बैठा सभी यहाँ,
इंसान का नहीं नामो-निसाँ ।