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9 Jul 2024 · 1 min read

वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड

हो
यदि
लालच
मृग तृष्णा
समझो मत
कि संरक्षित हो
सदा कूप में तुम।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 46 Views
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