Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड

हो
मन
में यह
बात सदा
प्यार सर्वदा
प्रिय चाहत हो
न कोई आहत हो।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 33 Views

You may also like these posts

उम्मीद
उम्मीद
ललकार भारद्वाज
प्राण प्रतिष्ठा या मूर्खता..??
प्राण प्रतिष्ठा या मूर्खता..??
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
I Can Cut All The Strings Attached.
I Can Cut All The Strings Attached.
Manisha Manjari
"कबूतर "
Dr. Kishan tandon kranti
याद तो करती होगी
याद तो करती होगी
Shubham Anand Manmeet
बहार का इंतजार
बहार का इंतजार
ओनिका सेतिया 'अनु '
ज़िन्दगी से नहीं कोई शिकवा
ज़िन्दगी से नहीं कोई शिकवा
Dr fauzia Naseem shad
बदलते परिवेश में रक्षाबंधन
बदलते परिवेश में रक्षाबंधन
Sudhir srivastava
# वो खत#
# वो खत#
Madhavi Srivastava
किसी वस्तु की कीमत किसी व्यक्ति को तब समझ में आती है जब वो उ
किसी वस्तु की कीमत किसी व्यक्ति को तब समझ में आती है जब वो उ
Rj Anand Prajapati
* दिल का खाली  गराज है *
* दिल का खाली गराज है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो ठहरे गणित के विद्यार्थी
वो ठहरे गणित के विद्यार्थी
Ranjeet kumar patre
कुछ तो लोग कहेंगे !
कुछ तो लोग कहेंगे !
Roopali Sharma
4525.*पूर्णिका*
4525.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
उलझनें
उलझनें"
Shakuntla Agarwal
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
प्रदर्शन
प्रदर्शन
Sanjay ' शून्य'
*वह अनाथ चिड़िया*
*वह अनाथ चिड़िया*
Mukta Rashmi
सबके दिल में छाजाओगी तुम
सबके दिल में छाजाओगी तुम
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
चांद निकलता है चांदनी साए को तरसती है
चांद निकलता है चांदनी साए को तरसती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
जो लिख रहे हैं वो एक मज़बूत समाज दे सकते हैं और
जो लिख रहे हैं वो एक मज़बूत समाज दे सकते हैं और
Sonam Puneet Dubey
कहानी घर-घर की
कहानी घर-घर की
Brijpal Singh
बेहतरीन इंसान वो है
बेहतरीन इंसान वो है
शेखर सिंह
यारों... फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !!
यारों... फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !!
Ravi Betulwala
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
Neerja Sharma
●●●●●●●●◆◆◆◆◆◆●
●●●●●●●●◆◆◆◆◆◆●
*प्रणय*
पाती पढ़कर मीत की,
पाती पढ़कर मीत की,
sushil sarna
Loading...