वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
जो
चाहे
केवल
अपने को
नहीं अन्य को
परम स्वारथी
घृणित मनुज है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
वर्ण पिरामिड
जो
चाहे
केवल
अपने को
नहीं अन्य को
परम स्वारथी
घृणित मनुज है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।