*वरमाला वधु हाथ में, मन में अति उल्लास (कुंडलियां)*
वरमाला वधु हाथ में, मन में अति उल्लास (कुंडलियां)
वरमाला वधु हाथ में ,मन में अति उल्लास
लाली मुख पर छा रही ,आई जब प्रिय पास
आई जब प्रिय पास ,लाज नयनों में छाई
परिजन करें मजाक ,जान पर बन-बन आई
कहते रवि कविराय ,श्वास का स्वर मतवाला
दिव्य अनूठा चित्र , डालती जब वरमाला
_______________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451