वफ़ा
वफ़ा
झूठ की इमारत निकली कच्ची,
सच के समंदर में एक बूंद नहीं,
जैसे हर पत्थर में भगवान नहीं,
वैसे हर इश्क की मंजिल में वफ़ा क्यु नहीं।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान
वफ़ा
झूठ की इमारत निकली कच्ची,
सच के समंदर में एक बूंद नहीं,
जैसे हर पत्थर में भगवान नहीं,
वैसे हर इश्क की मंजिल में वफ़ा क्यु नहीं।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान