वक्त
बांध कर घड़ी कलाई पर,भ्रम देखने का जिसको है।
समय, वक्त और काल भला दिखा नीलम कब किसीको,
मगर जीवन में वो ज़ालिम, सुनो,बहुत कुछ दिखा गया।
विद्यालय में पोथी पढ़-पढ़ कर,जो न सीख सकी नीलम
आज देखो एक पल में वो हमको पाठ सिखा गया।
छिपा चेहरा,जो चेहरों पीछे, वो हमको वक्त दिखा गया।
नहीं मिटा सकता कोई,जो भाग्य में है लिखा गया।
नीलम शर्मा