वक़्त मिले तो आ जाना वक़्त मिले तो आ जाना वक़्त मिले तो आ जाना
कैसी बेबसी है तेरे बिन
रह तो रहा हु पर रह नही पता
नींद तो आती है पर सो नही पता
इस उंलझन को सुलझा जाना
वक़्त मिले तो आ जाना
एक अधूरा सा ख्वाब है दिल में
जीना चाहता हु कुछ पल संग तेरे मै
उस शहर मे, जहा शांति का शोर हो
तेरी हँसी यादो की खुश्बू चारो और हो
क्या ये मुमकिन है,बस इतना बतला जाना
वक़्त मिले तो आ जाना
आना तुम दिल के अहसास तुमको बताऊंगा
आना तुम दिल के जख्म तुम को दिखाऊँगा
उन जख्मो पर मरहम लगा जाना
वक़्त मिले तो आ जाना
तुम तब आना जब ये उम्र ढल जाये
और जब जिंदगी पूरी हो जाये
तब आना जब दिल की धड़कन थम जाये
अंतिम बार आ कर अपना मुख दिखला जाना
वक़्त मिले तो आ जाना