Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2022 · 1 min read

वक़्त को वक़्त

कोशिशों से जब न कुछ हुआ हासिल।
वक्त को फिर वक़्त दे दिया मैंने ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 94 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
रक्षाबंधन का त्यौहार
रक्षाबंधन का त्यौहार
Ram Krishan Rastogi
■स्वाधीनों के लिए■
■स्वाधीनों के लिए■
*Author प्रणय प्रभात*
बलबीर
बलबीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
शांत सा जीवन
शांत सा जीवन
Dr fauzia Naseem shad
शिशुपाल वध
शिशुपाल वध
SHAILESH MOHAN
खो गए हैं ये धूप के साये
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
" आज़ का आदमी "
Chunnu Lal Gupta
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
gurudeenverma198
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
Mukesh Kumar Sonkar
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
ओनिका सेतिया 'अनु '
23/203. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/203. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
ये तनहाई
ये तनहाई
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
जगदीश शर्मा सहज
लोकतंत्र
लोकतंत्र
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
तुम्हारी छवि...
तुम्हारी छवि...
उमर त्रिपाठी
ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है
ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है
अनिल कुमार
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
Paras Nath Jha
दोस्त को रोज रोज
दोस्त को रोज रोज "तुम" कहकर पुकारना
ruby kumari
"मौन"
Dr. Kishan tandon kranti
फितरत इंसान की....
फितरत इंसान की....
Tarun Singh Pawar
बलिदान
बलिदान
Shyam Sundar Subramanian
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
Mahender Singh
किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना ,  किसी को नुकसान पह
किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना , किसी को नुकसान पह
Seema Verma
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
Loading...