लोरी नहीं, ललकार
प्रिय!
नहीं लिखता
मैं लोरियां
बच्चों को
सुलाने के लिए!
लिखा करता हूं
ललकार मैं
जवानों को
जगाने के लिए!
कहीं व्यर्थ न
चली जाए
मेरी बरसों की
यह साधना!
क्या हो
तैयार तुम
एक बार उन्हें
गाने के लिए!!
प्रिय!
नहीं लिखता
मैं लोरियां
बच्चों को
सुलाने के लिए!
लिखा करता हूं
ललकार मैं
जवानों को
जगाने के लिए!
कहीं व्यर्थ न
चली जाए
मेरी बरसों की
यह साधना!
क्या हो
तैयार तुम
एक बार उन्हें
गाने के लिए!!