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12 Oct 2024 · 1 min read

लोग दुनिया में बहुत बाटे गिरावे वाला

लोग दुनिया में बहुत बाटे गिरावे वाला
खोजलो से ना मिले केहू उठावे वाला

खुद से मंजिल के पता खोजि ल ये राही तू
राह भटकल हवें अब राह देखावे वाला

काम कवनो जे करऽ राज न खोलऽ पहिले
हाथ अक्सर मले हर भेद बतावे वाला

कम जे बोलत रहे ऊ आज जुबां पर बाटे
हो गइल शोर में गुम शोर मचावे वाला

बात बिगड़ी त बिगड़ते रही जाने कबले
बात येही से करऽ बात बनावे वाला

आँख मुनि के न भरोसा करऽ तू सबका पर
घात कर दे ना कहीं हाथ मिलावे वाला

देखऽ ‘आकाश’ इहाँ तहरे ले बाटे नाहीं
दर्द सबका लगे बा नींद उड़ावे वाला

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 11/10/2024

39 Views
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