लॉकडाउन और पुलिस
Covid 19 महामारी के कारण हुए ,लॉकडाउन के समय चोरी छुपे जो दुकानदार दुकान खोल रहे थे। उनका पुलिस के प्रति डर मैं पैरोटी (प्रतिगीत) के माध्यम से बताने का प्रयास करता हूं।
ताकते रहते पुलिस को सांझ सवेरे,
नैनो में बसिया जैसे यमदूत हो यमराज के,
(अब मोदीजी को वो लोग क्या कहते है देखिए)
तुम्हारा कैसा है ये बैन, दुकानदारों का ले गया चेंन,
हमारी निंदो का ले गया चेन, कैसा है ये बैन-बैन-बैन
पहले पहल मुझे देखा उन्होंने मना किया हाय!
दूसरी बार देखा मुझे तो दिल धड़का जाए
देखते ही मुझे दुकान में घुस गए वो साले
कूटने लगे मुझे बदन पूरा तोड़ा जाए।
तेरा कैसा है यह बैन मेरे बदन का ले गया चैन
मेरी हड्डियों को तोड़ गए वो मैन
तेरा मस्त मस्त ये बैन
कमर से शुरू किया कूटना कमर पर ही खत्म किया
कैसा ये रिश्ता कमर का ओर पुलिस का है हाय
तेरा कैसा है यह बैन मेरे बदन का ले गया चैन
मेरी हड्डियों को तोड़ गए वो मैन
तेरा मस्त मस्त ये बैन
इस पल को ही याद कर के आहे भरू मै हाय
मिल कर भी मिल न पाऊं, बिस्तर से उठ न पाऊं
अब क्या करू मैं बस आहे भरता जाऊ
तेरा कैसा है यह बैन मेरे बदन का ले गया चैन
मेरी हड्डियों को तोड़ गए वो मैन
तेरा मस्त मस्त ये बैन
जय हिन्द
©जसवंत लखारा
हरजी (जालौर)