*लेते प्रभु अवतार* 【 _कुंडलिया_ 】
लेते प्रभु अवतार 【 कुंडलिया 】
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करने रक्षा साधु की , लेते प्रभु अवतार
दुष्ट – जनों का इस तरह , होता है संहार
होता है संहार , धर्म की ज्योति जलाने
आते बारंबार , एक युग नया चलाने
कहते रवि कविराय ,पाँव सत्पथ पर धरने
गीता गाते कृष्ण , युद्ध का निर्णय करने
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रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451