Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2023 · 1 min read

लाज-लेहाज

#लाज_लेहाज

आब ओ अन्हरिया राइत कहाँ छै,
भूत देखि लोक पड़ाइत कहाँ छै।
जिनगी सभक सुखी छै मुदा,
आब ओ ठहक्का सुनाइत कहाँ छै।।

आब ओ पूसक राइत कहाँ छै,
घूर तर लोक बतियाएत कहाँ छै।
सुख सुविधा तँ बढ़ले जाइ छै,
मुँह पर मुश्की खेलाइत कहाँ छै।।

आब ओ अल्हुआ जनेर कहाँ छै,
मरुआ रोटि मरचाई कहाँ छै।
नीक-निकुत सभक घर बनै छै,
मुदा केउ निरोग बुझाइत कहाँ छै।।

गाँती सँ जाड़ पराइत कहाँ छै,
तापैत रौद थड़थड़ाइत कहाँ छै।
कपड़ा लत्ताक दिक्कत नहि छै,
मुदा वस्त्र ककरो सोहाइत कहाँ छै।।

दुख छोइड़ अड़जल सुख सभटा,
हौएल सभके संतोख कहाँ छै।
पढ़ल लिखल नवका पीढ़ी मे,
लाज-लेहाज बुझाइत कहाँ छै।।

नोट :- अहि ठंडमे धधकैत हमर इ कविता केहन लागल से एक बेर अवश्य कहब।
मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
अनिल झा
खड़का-बसंत
दरभंगा, बिहार
M-9955644005
28/12/2022

Language: Maithili
1 Like · 198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"लोगों की सोच"
Yogendra Chaturwedi
गीत
गीत
दुष्यन्त 'बाबा'
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
मार नहीं, प्यार करो
मार नहीं, प्यार करो
Shekhar Chandra Mitra
*नन्ही सी गौरीया*
*नन्ही सी गौरीया*
Shashi kala vyas
" जीवन है गतिमान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
सर्जिकल स्ट्राइक
सर्जिकल स्ट्राइक
लक्ष्मी सिंह
"प्रीत-बावरी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"अभिलाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
वतन के तराने
वतन के तराने
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
If we’re just getting to know each other…call me…don’t text.
If we’re just getting to know each other…call me…don’t text.
पूर्वार्थ
खुद पर विश्वास करें
खुद पर विश्वास करें
Dinesh Gupta
कविता -
कविता - "करवा चौथ का उपहार"
Anand Sharma
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
कवि दीपक बवेजा
हो गई है भोर
हो गई है भोर
surenderpal vaidya
करके ये वादे मुकर जायेंगे
करके ये वादे मुकर जायेंगे
Gouri tiwari
कछुआ और खरगोश
कछुआ और खरगोश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-139 शब्द-दांद
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-139 शब्द-दांद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बेबाक
बेबाक
Satish Srijan
चंचल पंक्तियाँ
चंचल पंक्तियाँ
Saransh Singh 'Priyam'
कसौटी
कसौटी
Astuti Kumari
बेरोज़गारी का प्रच्छन्न दैत्य
बेरोज़गारी का प्रच्छन्न दैत्य
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
गीत
गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
आज का चयनित छंद
आज का चयनित छंद"रोला"अर्ध सम मात्रिक
rekha mohan
दुनिया सारी मेरी माँ है
दुनिया सारी मेरी माँ है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"मुशाफिर हूं "
Pushpraj Anant
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...