लव यू “जॉन”
जॉन होना भी कहाँ आसान है मुद्गल.
इश्क़ के सातवे माकाम की कयावाद जरूरी है..
तुमको तनहाई जकड़े रक्खेगी यूँही मेहफिल मे भी.
खामोश रहकर, हसने का हुनर भी जरूरी है..
मुद्गल
जॉन होना भी कहाँ आसान है मुद्गल.
इश्क़ के सातवे माकाम की कयावाद जरूरी है..
तुमको तनहाई जकड़े रक्खेगी यूँही मेहफिल मे भी.
खामोश रहकर, हसने का हुनर भी जरूरी है..
मुद्गल