लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) ….
लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) ….
इंजर्ड नयनों की अभिलाषा
वन्स मोर हुई जाए
काहे विंडो बंद करो प्रिय
ये दूरी सही न जाए
स्पीड ब्रेकर न देखा हमने
फुल स्पीड पे बाईक ले आये
करो स्वीकार रिक्वेस्ट दर्शन की
लाइफ सफल हुई जाए
करें एन्जॉय चलो बारिश को
लव को अमर बनाएं
रैनी सीजन के देखो ये
कहीं बदरा लौट न जाएँ
रहे भीगत अगर हम यूँ रेन में
तो कहीं मुश्किल न हुई जाए
हुआ फीवर तो बिन आपके
कोई मेडिसन काम न आये
करो सिम्पैथी इस सीजन पे
ये कहीं बीत न जाए
लौट के बदरा सावन के
जाने फिर कब आएं
विश,अभिलाषा,दिल की इच्छा
अब है लवली दर्शन की
फुलफिल करो अभिलाषा प्रिय अब
लव को लव में अर्पण की
सुशील सरना15-3-24