Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2023 · 1 min read

लफ़्ज़ों में आप जो

इतने तकल्लुफ़ की ज़रूरत नहीं कोई ।
लफ़्ज़ों में आप जो मजबूरियाँ लपेटो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
11 Likes · 186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
मेरा यार
मेरा यार
rkchaudhary2012
शब्द शब्द उपकार तेरा ,शब्द बिना सब सून
शब्द शब्द उपकार तेरा ,शब्द बिना सब सून
Namrata Sona
बारिश की बूंदों ने।
बारिश की बूंदों ने।
Taj Mohammad
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
मिष्ठी रानी गई बाजार
मिष्ठी रानी गई बाजार
Manu Vashistha
मेरी गुड़िया (संस्मरण)
मेरी गुड़िया (संस्मरण)
Kanchan Khanna
मेरा दुश्मन
मेरा दुश्मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
We host the flag of HINDI FESTIVAL but send our kids to an E
We host the flag of HINDI FESTIVAL but send our kids to an E
DrLakshman Jha Parimal
मां ब्रह्मचारिणी
मां ब्रह्मचारिणी
Mukesh Kumar Sonkar
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
VINOD CHAUHAN
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
Kavita Chouhan
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
परिभाषा संसार की,
परिभाषा संसार की,
sushil sarna
श्याम दिलबर बना जब से
श्याम दिलबर बना जब से
Khaimsingh Saini
कहां नाराजगी से डरते हैं।
कहां नाराजगी से डरते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
कैसे लिखूं
कैसे लिखूं
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कुत्ते
कुत्ते
Dr MusafiR BaithA
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
2943.*पूर्णिका*
2943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*अभिनंदन के लिए बुलाया, है तो जाना ही होगा (हिंदी गजल/ गीतिक
*अभिनंदन के लिए बुलाया, है तो जाना ही होगा (हिंदी गजल/ गीतिक
Ravi Prakash
बस चार ही है कंधे
बस चार ही है कंधे
Rituraj shivem verma
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
■ दूसरा पहलू
■ दूसरा पहलू
*Author प्रणय प्रभात*
"शोर"
Dr. Kishan tandon kranti
काश कही ऐसा होता
काश कही ऐसा होता
Swami Ganganiya
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
🎋🌧️सावन बिन सब सून ❤️‍🔥
🎋🌧️सावन बिन सब सून ❤️‍🔥
डॉ० रोहित कौशिक
क्या चाहती हूं मैं जिंदगी से
क्या चाहती हूं मैं जिंदगी से
Harminder Kaur
Loading...