रोला छंद. . . . बाल दिवस
रोला छंद. . . . बाल दिवस
बाल दिवस पर आज , करें बच्चों की बातें ।
खेल खिलोने साथ , उन्हें हम दें सौगातें ।
भोली यह मुस्कान , सभी के मन को भाती ।
हो कैसा अवसाद , सहज में यह हर जाती ।
हर गम से यह दूर , सभी को अच्छे लगते ।
आती जैसे रात , तिमिर में थोड़ा डरते ।
माँ से पाते प्यार , पिता को शीश नवाते ।
थोड़े से शैतान , मगर हर मन को भाते ।
सुशील सरना / 14-11-24