रोमांटिक शायरी
ख़्वामख़ाह क्यों गिला करें
हम अपना वक़्त ज़ाया करें…
जो छोड़ गए-दिल तोड़ गए
सदा ख़ुश रहें वो, दुआ करें…
उनकी अगर कुछ बंदिशें तो
हमारी भी कुछ मजबूरियां हैं
अब शायद यही मुनासिब है
कि सपनों में हम मिला करें…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)