रूह से राब्ता मिला खुद का
रूह से राब्ता मिला खुद का
इश्क़ में यूँ पता मिला खुद का
प्यार के सौदे में मुझे अक्सर
दिल जिगर लापता मिला खुद का
जल उठे यूँ चराग़ उम्मीद के
भूले को रास्ता मिला खुद का
फिर कमाँ तानते कहाँ उन पर
तीर खाके पता मिला खुद का
मिल गया मुझको तो खुदा जैसे
उनको भी रास्ता मिला खुद का