Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2021 · 1 min read

रिमझिम

शब्द- रिमझिम

रिमझिम रिमझिम हो रहल, दोहा के बरसात।
दोहालय लहरत हवे, हरिहर आज बुझात।।

रिमझिम रिमझिम ए सखी, सावन के बरसात।
साजन बिन लागति हवे, नागिन काली रात।२।

मौसम भइल सुहावना, रिमझिम पड़त फुहार।
सावन की साथे सखी, बरसत नैन हमार।३।

सावन के सखि राति में, रिमझिम बा बरसात।
परदेसी निर्मोहिया, मानत नाहीं बात।४।

रिमझिम रिमझिम नैन से, नीर गिरत अविराम।
जब से गोकुल छोडि के, मथुरा गइलन श्याम।५।

गोकुल में सखि राधिका, मथुरा में घनश्याम।
रिमझिम बरसत नैन से, बिरहिनि के पैगाम।६।

#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य

Language: Bhojpuri
1 Like · 393 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
रुपेश कुमार
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Bodhisatva kastooriya
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
कहना क्या
कहना क्या
Awadhesh Singh
इंतजार करते रहे हम उनके  एक दीदार के लिए ।
इंतजार करते रहे हम उनके एक दीदार के लिए ।
Yogendra Chaturwedi
...........,,
...........,,
शेखर सिंह
ज़िन्दगी में जो ताक़त बनकर आते हैं
ज़िन्दगी में जो ताक़त बनकर आते हैं
Sonam Puneet Dubey
परमेश्वर का प्यार
परमेश्वर का प्यार
ओंकार मिश्र
बुंदेली दोहा-अनमने
बुंदेली दोहा-अनमने
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हम तो मतदान करेंगे...!
हम तो मतदान करेंगे...!
मनोज कर्ण
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
सत्य कुमार प्रेमी
मां
मां
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शरद काल
शरद काल
Ratan Kirtaniya
"गारा"
Dr. Kishan tandon kranti
!! कौतूहल और सन्नाटा !!
!! कौतूहल और सन्नाटा !!
जय लगन कुमार हैप्पी
क्या रखा है???
क्या रखा है???
Sûrëkhâ
दूर कहीं जब मीत पुकारे
दूर कहीं जब मीत पुकारे
Mahesh Tiwari 'Ayan'
मूक संवेदना
मूक संवेदना
Buddha Prakash
चाँद के माथे पे शायद .......
चाँद के माथे पे शायद .......
sushil sarna
मूर्ख व्यक्ति से ज्यादा, ज्ञानी धूर्त घातक होते हैं।
मूर्ख व्यक्ति से ज्यादा, ज्ञानी धूर्त घातक होते हैं।
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
सुहाता बहुत
सुहाता बहुत
surenderpal vaidya
भावों का विस्तृत आकाश और कलम की बगीया
भावों का विस्तृत आकाश और कलम की बगीया
©️ दामिनी नारायण सिंह
दर्द को मायूस करना चाहता हूँ
दर्द को मायूस करना चाहता हूँ
Sanjay Narayan
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
आर.एस. 'प्रीतम'
*आभार कहो अपना भारत, जनतंत्र-रीति से चलता है (राधेश्यामी छंद
*आभार कहो अपना भारत, जनतंत्र-रीति से चलता है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
Sahil Ahmad
ये कैसी दीवाली
ये कैसी दीवाली
Satish Srijan
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
पंकज परिंदा
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
VEDANTA PATEL
Loading...