Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2024 · 1 min read

रंग

रंग (धनुष वर्ण पिरामिड)

है
रंग
प्रीति का
मधुरिम
मनमोहक
परम विमल
शोभित उत्तम है
नित नव नम है
सर्वोपरि यह
उच्च कोटि है
जो पाता है
हो जाता
प्रिय
है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 39 Views

You may also like these posts

छन-छन के आ रही है जो बर्गे-शजर से धूप
छन-छन के आ रही है जो बर्गे-शजर से धूप
Sarfaraz Ahmed Aasee
ईश्वर के ठेकेदार
ईश्वर के ठेकेदार
आकाश महेशपुरी
” जिंदगी ”
” जिंदगी ”
Rati Raj
निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं
निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं
अंसार एटवी
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
Deepesh purohit
हे राम !
हे राम !
Ghanshyam Poddar
अंतर्द्वंद्व
अंतर्द्वंद्व
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
shabina. Naaz
मित्रता तुम्हारी हमें ,
मित्रता तुम्हारी हमें ,
Yogendra Chaturwedi
🇮🇳एक जमाना था...🥹🥺
🇮🇳एक जमाना था...🥹🥺
Rituraj shivem verma
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
🌹सतत सर्जन🌹
🌹सतत सर्जन🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
अपना जीना कम क्यों हो
अपना जीना कम क्यों हो
Shekhar Chandra Mitra
मिल  गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
मिल गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"क्रूरतम अपराध"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅fact🙅
🙅fact🙅
*प्रणय*
पिता
पिता
पूर्वार्थ
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
manjula chauhan
अदब से उतारा होगा रब ने ख्बाव को मेरा,
अदब से उतारा होगा रब ने ख्बाव को मेरा,
Sunil Maheshwari
*चौदह अगस्त 【गीतिका】*
*चौदह अगस्त 【गीतिका】*
Ravi Prakash
*लम्हे* ( 24 of 25)
*लम्हे* ( 24 of 25)
Kshma Urmila
दिखने में इंसान मगर, काम सभी शैतान से
दिखने में इंसान मगर, काम सभी शैतान से
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इस हसीन चेहरे को पर्दे में छुपाके रखा करो ।
इस हसीन चेहरे को पर्दे में छुपाके रखा करो ।
Phool gufran
तू खुद को कर साबित साबित
तू खुद को कर साबित साबित
Shinde Poonam
मैं कहना भी चाहूं उनसे तो कह नहीं सकता
मैं कहना भी चाहूं उनसे तो कह नहीं सकता
Mr.Aksharjeet
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
Dr Archana Gupta
जिंदगी का हिसाब
जिंदगी का हिसाब
ओनिका सेतिया 'अनु '
3996.💐 *पूर्णिका* 💐
3996.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पागल प्रेम
पागल प्रेम
भरत कुमार सोलंकी
Loading...