योग ध्यान अपनाओ बीमारियां दूर भगाओ
बिना काम के खा रहे हो, पड़े पड़े पेट बढ़ा रहे हो
देर से सोना देर से उठना, क्यों खुद को बीमार बना रहे हो
उल्टा सीधा चाहे जो खा रहे हो, स्वाद में मारे जा रहे हो
पिज्जा बर्गर कोल्ड ड्रिंक , एक साथ भरे जा रहे हो
खुद के ही पेट को, कचरा घर बना रहे हो
मुर्गा मटन सिगरेट, चाय काफी भरपेट
चाहे जब पेल रहे हो, क्यों जीवन से खेल रहे हो
कोई दिनचर्या कोई नियम नहीं
खुद भी कभी भी कोई बंदिश नहीं
भाई साहब ऐसे कब तक चलोगे
ऐसे तो नाना बीमारियों में घिरोगे
सीधे आईसीयू मैं मिलोगे
भाई साहब दादा दादी देखे
नाना नानी माता पिता नियम के पक्के थे
कितने अनोखे आखरी तक खड़े रहे
डॉक्टर के पास भी नहीं गए
जल्दी सोना जल्दी उठना
सात्त्विक खाना सात्विक रहना
समय पर सारे काम भी करना
आपने सबको किया अनदेखा
बरसों से सूर्योदय नहीं देखा
न भोर की लालिमा न कलरव गान
कितनी मनभावन होती है हवा देती है प्राण
उत्साह उमंग आशा जीवन का गान
भाई साहब उठ जाइए, सुबह की सैर पर जाइए
शुगर हाइपरटेंशन बीमारियां ठीक हो जाएगीं
काया कल्प हो जाएगी
जीवन में कुछ नियम तो बनाईए
मोदी रामदेव बाबा कब से बता रहे हैं
कुछ योग ध्यान अपनाईए बीमारियों को दूर भगाईए