ये युग (वर्ण पिरामिड)
ये
युग
बदल
रहा है रे
प्रगतिशील
परिवर्तन है
संकट तो आवेगे।
जो
लोग
चाहते
सुविधाएं
सरलता से
उन्हें पराक्रम
अपनाने ही होगें।
को
रहा
सफल
आज तक
स्थिरता पर
गतिशीलता से
जीवन जीने होंगे।
है
मंत्र
प्रगति
आवश्यक
अवरोधों से
निडर होकर
जूझने को बढ़ेंगे।
(राजेश कौरव”सुमित्रा)