Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2018 · 2 min read

ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है ?

ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है ?
******* ****** **** ***** ***
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है
हम आज ख़ुद-ब-खुद छले जा रहे हैं
पाते संस्कार शाला-परिवार पा रहे हैं
सुसंस्कार – कारखाने कहां जा रहे हैं।।
*****
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है
हर व्यक्ति व्यक्तिगत-स्वार्थ जा रहे हैं
कहां समूह-स्वार्थ-अर्थ अब पा रहे हैं
अनजाने-सी कौन-डगर पर जा रहे हैं ।।
*****
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है
कर्म-पथ करते अगर-मगर जा रहे हैं
जी-ते नहीं,जिंदा अपने को पा रहे हैं
संस्कार मानवता को खाये जा रहे हैं।।
*****
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है
कु- सु अब अपनी कहां निभा रहे है
भेद करले क्या कोई अभेद पा रहे है
जाने कौन- दिशा अब हम जा रहे हैं।।
****
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है
शिक्षा-संस्कार ख़ुद-ब-खुद जा रहे हैं
हम संस्कारों को नहीं निभा पा रहे हैं
आंख-मूंद चल गहरे- गह्वर जा रहे हैं।।
****
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है
सीख मिली जो हमें क्या निभा रहे हैं
वही सीख-संस्कार ना हम दे पा रहे हैं
दोष दें किसको अपनी ही कमा रहे हैं।।
****
कभी घर भी घर हुआ करता था अपना
आज घर- घर आवाजें बहुत है पर -पर
ख़ुद समझ पाते लोग पहले समझ जाते हैं
आज घर सिर्फ मकान बन कर रह गया है।।
*****
जो कभी थकान दूर करता था अपनी वह
मकान सिर्फ मकान बनकर रह गया अब
संस्कार शालाएं थी दुकान बन रह गयी है
आज घर मकान , शाला धर्मशाला बनी है।।
****
आपस मे तनातनी मन में अनमनी है
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है
मुहब्बत के बीज आज ग़ुम हो गये हैं
नित-रोज नफ़रत बीज बोए जा रहे हैं ।।
*****
हम खोए जा रहे हैं बोए बीज नफ़रत
आज वही तो फिर-फिर हम पा रहे हैं
ना जाने हम किस डगर पर जा रहे हैं
ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है ।।
मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 393 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
ईश्वर के सम्मुख अनुरोध भी जरूरी है
ईश्वर के सम्मुख अनुरोध भी जरूरी है
Ajad Mandori
यूं ही कोई शायरी में
यूं ही कोई शायरी में
शिव प्रताप लोधी
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
होली
होली
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
परोपकार
परोपकार
ओंकार मिश्र
कैद है तिरी सूरत आँखों की सियाह-पुतली में,
कैद है तिरी सूरत आँखों की सियाह-पुतली में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन के वेग को यहां कोई बांध सका है, क्या समय से।
मन के वेग को यहां कोई बांध सका है, क्या समय से।
Annu Gurjar
पितरों का लें आशीष...!
पितरों का लें आशीष...!
मनोज कर्ण
सितमज़रीफ़ी
सितमज़रीफ़ी
Atul "Krishn"
जीवन में संघर्ष सक्त है।
जीवन में संघर्ष सक्त है।
Omee Bhargava
ज़िंदगानी
ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
दोहा बिषय- दिशा
दोहा बिषय- दिशा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
सत्य कुमार प्रेमी
पोषित करते अर्थ से,
पोषित करते अर्थ से,
sushil sarna
3747.💐 *पूर्णिका* 💐
3747.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जब भी सोचता हूं, कि मै ने‌ उसे समझ लिया है तब तब वह मुझे एहस
जब भी सोचता हूं, कि मै ने‌ उसे समझ लिया है तब तब वह मुझे एहस
पूर्वार्थ
"नजर से नजर और मेरे हाथ में तेरा हाथ हो ,
Neeraj kumar Soni
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
राष्ट्र हित में मतदान
राष्ट्र हित में मतदान
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
अगर प्रेम है
अगर प्रेम है
हिमांशु Kulshrestha
अनुभव 💐🙏🙏
अनुभव 💐🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
*किसकी है यह भूमि सब ,किसकी कोठी कार (कुंडलिया)*
*किसकी है यह भूमि सब ,किसकी कोठी कार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
#चिंतनीय
#चिंतनीय
*प्रणय*
"समरसता"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...