Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2017 · 1 min read

ये प्यार का खुमार है

ये प्यार का खुमार है
जो दिल ये बेकरार है

नई दिशा नई डगर
सफर ये यादगार है

अधूरी है ये ज़िन्दगी
मिला अगर न प्यार है

ये भेदभाव की नज़र
बढ़ाती बस दरार है

बना के खुद बिगाड़ता
ये कैसा चित्रकार है

बुरी प्रथायें तोड़ दी
किया प्रबल प्रहार है

थमी न साँसें इसलिये
तुम्हारा इंतज़ार है

जो ‘अर्चना’ ले जीत मन
कभी न उसकी हार है

20-12-2017
डॉ अर्चना गुप्ता

473 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

' क्या गीत पुराने गा सकती हूँ?'
' क्या गीत पुराने गा सकती हूँ?'
सुरेखा कादियान 'सृजना'
इन समंदर का तसव्वुर भी क्या ख़ूब होता है,
इन समंदर का तसव्वुर भी क्या ख़ूब होता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पारितन्त्र
पारितन्त्र
Madhuri mahakash
यूँ ही आना जाना है,
यूँ ही आना जाना है,
पंकज परिंदा
परमेश्वर का प्यार
परमेश्वर का प्यार
ओंकार मिश्र
कविता-कूड़ा ठेला
कविता-कूड़ा ठेला
Dr MusafiR BaithA
तुझसे है कितना प्यार
तुझसे है कितना प्यार
Vaishaligoel
सहारा...
सहारा...
Naushaba Suriya
"चुनाव सुधारों के जनक"
Dr. Kishan tandon kranti
#समझ_लें
#समझ_लें
*प्रणय*
*गाथा गाओ हिंद की, अपना प्यारा देश (कुंडलिया)*
*गाथा गाओ हिंद की, अपना प्यारा देश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सितामढी़
सितामढी़
श्रीहर्ष आचार्य
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कविता
कविता
Rambali Mishra
बड़ी तक़लीफ़ होती है
बड़ी तक़लीफ़ होती है
Davina Amar Thakral
ऐसी कौन सी चीज़ है..
ऐसी कौन सी चीज़ है..
Vishal Prajapati
अफ़सोस
अफ़सोस
Dipak Kumar "Girja"
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
तुम नहीं आए...
तुम नहीं आए...
Meera Thakur
🫴झन जाबे🫴
🫴झन जाबे🫴
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
डोर रिश्तों की
डोर रिश्तों की
Dr fauzia Naseem shad
" मेरी ओकात क्या"
भरत कुमार सोलंकी
कहानी ....
कहानी ....
sushil sarna
बात समझ आई
बात समझ आई
पूर्वार्थ
शरण आया ना होता
शरण आया ना होता
Dr. P.C. Bisen
2677.*पूर्णिका*
2677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पृथ्वी की परिधि
पृथ्वी की परिधि
अंकित आजाद गुप्ता
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सारा खेल पहचान का है
सारा खेल पहचान का है
Sonam Puneet Dubey
बाबा फ़क़ीर हमारे
बाबा फ़क़ीर हमारे
Buddha Prakash
Loading...