Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jun 2022 · 1 min read

युवता

उठो युवक, नींद में से उठो।
आप की हात मे देश का भविष्य है।

लक्ष की ओर चलते रहो।
न रूखो, न डरो, न जुखो
बस आगे चलते रहो।

आलसी और बेपरवाह मत बनो।
समय को वृदा न करो।
परिश्रम करो, विजयी पावो।

स्वार्थ, क्रोध को छोड़ो।
देश के लिए काम करो।
पैसों के लिए ही नही, देश के लिए सोचो।
आपकी ऊपर देश निर्भर है।

नशे मे मत जियो।
बुद्धिमान बनो।
दिमाक को दौडावो।
विज्ञान को आगे बडावो।

माया मे मत जियो।
अनुबवोंकी बाते सुनलो।
बड़ो को सम्मन करो।

संस्कार को मत छोडो।
इंसानियत को बडावो।

तंदुरुस्त रहो, वीर बनो।
देश को बचावो।
विश्व में अपनी ताकत दिखावो।
देश का गौरव बडावो।

जि.विजय कुमार
हैदराबाद, तेलंगाना

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 289 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
Dheerja Sharma
सब सूना सा हो जाता है
सब सूना सा हो जाता है
Satish Srijan
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
Tushar Jagawat
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिल में उम्मीदों का चराग़ लिए
दिल में उम्मीदों का चराग़ लिए
_सुलेखा.
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
Ravi Prakash
"ख्वाहिश"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी पर तो
ज़िंदगी पर तो
Dr fauzia Naseem shad
■ स्वाद के छह रसों में एक रस
■ स्वाद के छह रसों में एक रस "कड़वा" भी है। जिसे सहज स्वीकारा
*Author प्रणय प्रभात*
मन के मंदिर में
मन के मंदिर में
Divya Mishra
मेरी बेटियाँ
मेरी बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
आप जिंदगी का वो पल हो,
आप जिंदगी का वो पल हो,
Kanchan Alok Malu
गुलामी के कारण
गुलामी के कारण
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा "वास्तविकता रूह को सुकून देती है"
Rahul Singh
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
सत्य कुमार प्रेमी
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
Rituraj shivem verma
कोई पत्ता कब खुशी से अपनी पेड़ से अलग हुआ है
कोई पत्ता कब खुशी से अपनी पेड़ से अलग हुआ है
कवि दीपक बवेजा
🌹⚘2220.
🌹⚘2220.
Dr.Khedu Bharti
कहानी संग्रह-अनकही
कहानी संग्रह-अनकही
राकेश चौरसिया
Poem on
Poem on "Maa" by Vedaanshii
Vedaanshii Vijayvargi
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
Dr MusafiR BaithA
विचार और भाव-2
विचार और भाव-2
कवि रमेशराज
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
Shravan singh
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
शेखर सिंह
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
Phool gufran
जनता को तोडती नही है
जनता को तोडती नही है
Dr. Mulla Adam Ali
.
.
Ms.Ankit Halke jha
हमारा देश
हमारा देश
Neeraj Agarwal
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
पूर्वार्थ
Loading...