युद्धों के परिणाम
जन धन मन की हानि, युद्धों के परिणाम में
लड़ें चाहे कोई भी,प़भावित दुनिया काम में
कितने सैनिक मरते हैं, निर्दोष नागरिक मरते हैं
स्त्री बच्चे और बुजुर्ग, विधवा यतीम हो जाते हैं
सदियां नहीं भुला पाते हैं, युद्धों के परिणाम हैं
जब तक युद्ध परिणाम में,हार जीत होती है
दोनों देश और जनता,तन मन धन खोती है
भगवान से प्रार्थना करें सभी, यूक्रेन रूस युद्ध रुक जाए
घातक हथियारों के युग में, विश्व युद्ध न हो जाए
परमाणु बम और मिसाइलें, सारी दुनिया को घातक हैं
रहो प्रेम से दुनिया में,सब एक पिता के जातक हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी