यार के नाम दिन-रात गावल करीं
तहरा से हँसि हँसि बतियावल छोड़ब ना।
जिनगी भर हम साथ निभावल छोड़ब ना।
शर्त इहे बा तहरा से यदि मानऽ तू,
एक बार बस कहि दऽ की मुँह मोड़ब ना।
प्रेम के गीत जिनगी भर गावल करब।
उम्र भर साथ तहरो निभावल करब।
यार हमरा प तनिका भरोसा करऽ-
हर घड़ी सूर्य तहके हँसावल करब।
जबले ई जुदाई बा, जी लाख सखा मिलिहन।
जब प्यार होई तहरा, सब लोग खफा मिलिहन।
केहू से कहाँ कवनो, उम्मीद बचल बाटे,
ई इश्क के चर्चा हऽ, सब लोग भला मिलिहन।
प्रेम में बा खुदा प्रेम में राम बा।
प्रेम मीरा में बा, प्रेम में श्याम बा।
लोग सगरो हवस में बा आन्हर भइल।
बेवजह प्रेम दुनिया में बदनाम बा।
प्यार कइले ले ना हऽ निभावल करीं।
ख्वाब में यार आपन बसावल करीं।
प्यार पूजा हवे यार भगवान हऽ,
यार के नाम दिन-रात गावल करीं।
सन्तोष कुमार विश्वकर्मा सूर्य