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22 Sep 2022 · 1 min read

यारो जब भी वो बोलेंगे

यारो जब भी वो बोलेंगे
ज़हर हवाओं में घोलेंगे

देंगे न कभी साथ तुम्हारा
वो ग़ैरों के संग हो लेंगे

दोस्त भले ही ख़ामोश रहें
दुश्मन राज़ सदा खोलेंगे

पैंसा तेरे पास अगर है
रिश्तेदार निकट डोलेंगे

दुष्कर्मों की दुहाई देके
सतकर्मों को सब तोलेंगे

•••

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