याद रखना मुझे
मैं रहूं न रहूं याद रखना मुझे,
दिल से जुदा न करना मुझे।
याद बनकर रहूं तेरे जहन में,
ख्वाहिश आखिरी ये कहूं तुझे।
मैं रहूं न – – -।
मेरी धड़कन तुम्हे महसूस होगी,
जब भी पलकें अपनी उठाओगे,
दूर रहूंगी न तुझसे जुदा होके भी,
साथ में अपने महसूस करना मुझे।
मैं रहूं न रहूं – – -।
कभी तन्हाई में गम महसूस हो,
हंसी पल तुमको याद आयेंगे ये।
आखों मे हूं तेरी न बहाना मुझे।
देखना दर्पण संग दिखूंगी तुझे।
मैं रहूं – – -।
अकेला समझ तुम टूटना न कभी,
हिम्मत देंगी तुम्हे मेरी यादें सभी।
हर राह मुझे तुम महसूस करना,
मिलूंगी सदा तुझमें ही मैं तुझे
मैं रहूं न रहूं – – – ।
स्वरचित एवं मौलिक
कंचन वर्मा
शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश