याद भी तेरी साथ
याद भी तेरी साथ लाती है ।
हाय बरसात दिल दुखाती है ।।
आप से कुछ गिला नहीं हम को ।
हम को किस्मत भी आज़माती है ।।
दौरे महफिल नहीं रहा अब तो ।
साथ तन्हाई पर निभाती है ।।
आप पर जब यकीन करती हूं ।
दिल की उम्मीद टूट जाती है ।।
चाँद जब आसमाँ पे देखूँ तो।
याद तेरी बहुत ही आती है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद