यादों की बारात
तेरी मेरी बात होगी
यादों की बारात होगी
झूमें गाएं साथ सबके
अब नबी की नात होगी
यूँ महक उठेगा तन मन
जब मिलन की बात होगी
मौज़ में है आज वो भी
दाल -रोटी -भात होगी
देखें जब भी हम पिया को
वो सुहानी रात होगी
हाथ सर पे पीर का है
कैसे मेरी मात होगी
थाम लोगे जब कलम को
तुममें भी कुछ बात होगी
-आकिब जावेद