Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2024 · 1 min read

यादें तुम्हारी… याद है हमें ..

वो बारिश में चमकती बिजली सी रह-रह कर लौटना
वो जाते पावस की उद्विग्नता…
और ठहरती वर्षा की बूंदो सा रह रहकर लौटना
वो शीत की अलसाई सुबह.. और
रह रहकर धूप दलान पर लौटना
वो क्षितिज के उस पार तक…की खामोशी और
ज्वारभाटे सा विचारों के शोर.. लौटना
दर्द चोट,तकलीफ,पीड़ा,ये सारे उपमान कम है
तुम्हारे दिए दिखावे ,जख्म के आगे
सब…सब कुछ याद हमे
यादें तुम्हारी… याद है हमें
क्यों अब तलक लौट ना पाई उस मोड जहां दो जाने अनजान हुए थे
यादें तुम्हारी… याद है हमें ..

20 Views

You may also like these posts

अनमोल रतन
अनमोल रतन
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
* बस एक तेरी ही कमी है *
* बस एक तेरी ही कमी है *
भूरचन्द जयपाल
मुर्दे लोकतंत्र में
मुर्दे लोकतंत्र में
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
माँ शेरावली है आनेवाली
माँ शेरावली है आनेवाली
Basant Bhagawan Roy
2468.पूर्णिका
2468.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ग्वालियर, ग्वालियर, तू कला का शहर,तेरी भव्यता का कोई सानी नह
ग्वालियर, ग्वालियर, तू कला का शहर,तेरी भव्यता का कोई सानी नह
पूर्वार्थ
"Tricolour on Moon"
राकेश चौरसिया
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
Rj Anand Prajapati
ABC8 đã trở thành cái tên quen thuộc trong giới cá cược trực
ABC8 đã trở thành cái tên quen thuộc trong giới cá cược trực
ABC8 Nhà cái
मुक्तक
मुक्तक
surenderpal vaidya
आज कल !!
आज कल !!
Niharika Verma
Tele789 - Sư kê hội ngộ gia nhập cùng thế giới gà hot hit 20
Tele789 - Sư kê hội ngộ gia nhập cùng thế giới gà hot hit 20
tele789day
समावेशी शिक्षा
समावेशी शिक्षा
Dr. Kishan tandon kranti
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
Ravi Prakash
गमले में पेंड़
गमले में पेंड़
Mohan Pandey
पहले से
पहले से
Dr fauzia Naseem shad
Could you confess me ?
Could you confess me ?
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
दिव्यांग हूँ तो क्या
दिव्यांग हूँ तो क्या
Sudhir srivastava
पिता, इन्टरनेट युग में
पिता, इन्टरनेट युग में
Shaily
कसम से शिथिल तन हुआ है
कसम से शिथिल तन हुआ है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ऐसे हंसते रहो(बाल दिवस पर)
ऐसे हंसते रहो(बाल दिवस पर)
gurudeenverma198
Towards the end
Towards the end
Buddha Prakash
प्रेम कहानी
प्रेम कहानी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वोट का लालच
वोट का लालच
Raju Gajbhiye
*हिंदी तो मेरे मन में है*
*हिंदी तो मेरे मन में है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
यदि आपका आज
यदि आपका आज
Sonam Puneet Dubey
*मोहब्बत बनी आफत*
*मोहब्बत बनी आफत*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
घर पर ध्यान कैसे शुरू करें। ~ रविकेश झा
घर पर ध्यान कैसे शुरू करें। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
मिट्टी के दिए जलाएं
मिट्टी के दिए जलाएं
अनिल कुमार निश्छल
Loading...